तारक मेहता का उल्टा चश्मा के नट्टू काका को दिलीप कुमार जी ने दिया था नौकर का रोल , नट्टू काका ने सुनाए उनके यह बेहतरीन किस्से

दिलीप कुमार जी की मृत्यु के बाद बॉलीवुड इंडस्ट्री और उनके चाहने वालो के लिए यह एक शोक की लहर हैं । जिसपे विश्वास करना नामुंकिन हैं । दिलीप जी ने 98 बरस की उमर में इस दुनिया को अलविदा कह दिया । दिलीप साहब की मृत्यु 7 जुलाई सुबह 7:30 बजे हुई थी । बहुत से सितारों ने दिलीप जी को श्रद्धांजलि भी दी । उनमें से सबके चाहने वाले तारक मेहता शो के किरदार निभाने वाले घनश्याम नायक उर्फ नट्टू काका ने भी दिलीप कुमार जी को याद किया ।
इसी बीच नट्टू काका जी ने दिलीप जी की बहुत तारीफ की और कहा की दिलीप साहब दिलो के राजा थे , वह किसी से भी बात करते थे तो उसे अपना बना लेते थे । उसके बाद घनश्याम उर्फ नट्टू काका जी ने बताया की यह तब की बात हैं जब वह दिलीप जी के बंगले तक जा पहुंचे थे । जब वह दिलीप जी से मिले उन्हे बेहद खुशी हुई थी । उसके बाद उन्होंने स्पॉटबॉय से बात करते हुए उन्होंने बहुत से और भी किस्से शेयर किए और साथ यह भी बताया की दिलीप जी उनके दिल के बहुत करीब थे , उनके जाने का गम बहुत दुख दायक हैं ।
घनश्याम जी कहते हैं उनके जाने का गम मुझे भी हैं , मैं उनके जाने से बहुत दुखी हूं । मुझे वह सौभाग्य प्राप्त हो चुका हैं जब मैंने उनके साथ काम किया था । वह बहुत खुशमिजाज इंसान थे । जब मैने उनके साथ काम किया था , तब मैं उनके बंगले पर भी गया था ।
दिलीप कुमार जी ने किस्सा सुनाते हुए बताया की दिलीप जी ने एक टीवी शो प्रोड्यूस किया था , जिसमे स्पेशली मुझे बुलाया था । उसमे एक सर्वेंट का रोल था और शो का नाम था जरा देखो तो इनका कमाल । तब शो के राइटर अहमद नकवी ने मेरा नाम बताया था और मुझे इस शो में रोल निभाने के लिए बुलाया गया था ।
इसके बाद घनश्याम जी बताते हैं की लेखक ने कहा की इस रोल के लिए घनश्याम जी से अच्छा नौकर का रोल कोई नही कर सकता । उसके बाद शूटिंग दिलीप साहब जी के बंगले पर ही हुई ।
घनश्याम जी आगे बताते हैं की दिलीप साहब जी ने मुझे बंगले जाते ही बहुत इज्जत दी वह किसी को भी अपना बना लेते हैं , मुझे यह तब महसूस हुआ जब मैं बंगले पहुंचा तो उन्होंने मुझे दूर से बुलाया और कहा आयो घनश्याम आयो । मैं हैरान हो गया इतनी बड़ी हस्ती ने मुझे बिना सोचे कुछ अपना बना लिया । उसके बाद वह मुझे अपने गार्डेन लगे , मेरे साथ मेरे कंधे पर हाथ रख कर टहलने लगे और पूरा सीन समझाने लगे । सीन समझाने के बाद उन्होंने कहा आयो शुरू करते हैं ।
इसी के बीच दोबारा से घनश्याम ने आगे इस बात को जारी रखा और कहा की तुम्हे एक्टिंग नही करनी बस जैसे हो वैसे रहना हैं एक दम नेचुरल । झट से फिर मैने वह काम पूरा किया , जिसे देख दिलीप जी बहुत इंप्रेस हुए ।
आपको बता दूं वह शूट सिर्फ एक दिन का था , लेकिन मेरी जिंदगी का सबसे बहुत महत्वपूर्ण दिन था जिससे मैं चाह कर भी नही भूल सकता । इसके बाद दिलीप जी मेरे पास आए और कहने लगे तुमने बहुत अच्छा काम किया हैं , मैं इससे बहुत खुश हूं । उसके बाद उन्होंने कहा तुम्हारा चेक रेडी हैं लेकिन बिना खाना खाए मत जाना , तुम अब हमारे फैमिली मेंबर की तरह हो । इतनी बड़ी हस्ती होने के बावजूद भी उन्होंने मेरे बारे में इतना सोचा यह उनका बिहेव उनके बारे में बहुत कुछ दर्शाता हैं ।
तारक मेहता के नट्टू काका आगे बताते हैं की जब उन्होंने खाने के लिए बोला तो उनको मैने कहा की अभी इस वक्त मेरे लिए खाना खाना बहुत जल्दी हो जाएंगा । मैं अब यहां से जाना चाहूंगा । वही दूसरी और दिलीप साहब ने कहा अब देखो तुम हमारे फैमिली मेंबर की तरह हो आगे भी साथ काम करना हैं तो ऐसे बिना खाए चले जायोंगे तो ऐसे कैसे चलेगा । तब मैने वहा पे हाथ जोड़कर निकलना चाहा । वह बहुत ही खुशमिजाज के इंसान थे अभी भी यकीन नही होता वह हम सब को छोड़कर चले गए हैं ।