‘शेरशाह’ में मौत का सीन देखकर बुरी तरह रोने लगे थे विक्रम बत्रा के माता-पिता

कारगिल युद्ध के रीयल हीरो रहे शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा (Captain Vikram Batra) की बायोपिक फिल्म शेरशाह (Shershaah) ने लोगों का दिल जीत लिया. अपने सैनिक की बहादुरी को देखकर हर किसी का सीना चौड़ा हो गया. विक्रम बत्रा कारगिल युद्ध के दौरान 4875 प्वाइंट पर लड़ते हुए शहीद हो गए थे. ‘शेरशाह’ फिल्म में ये सीन आखिर में फिल्माया गया है. जिसने पूरे देश की आंखों को नम कर दिया. लेकिन इस सीन को देखकर उनके माता-पिता का बुरा हाल हो गया था.
भावुक हो उठे थे विक्रम के माता-पिता
फिल्म शेरशाह में कैप्टन विक्रम बत्रा की मौत का सीन हर किसी के दिल में बसा हुआ है. द क्विंट से बात करते हुए उनके पिता गिरधारी लाल बत्रा ने कहा कि, “कैप्टन विक्रम को छुपकर एक पाकिस्तानी सैनिक ने अपनी गोली का निशाना बनाया. उनके सीने में तीन से चार गोलियां लगीं थी. जिसके वो दुर्गा माता की जय के जयकारे के साथ जमीन पर गिर जाते हैं. उनके मुंह से खून निकलने लगता है. और वो शहीद हो जाते हैं.” पिता ने कहा कि वो इस सीन को देखकर काफी इमोशनल हो गए थे. वहीं उनका मां कमल कांता बत्रा ने बेटे को याद करते हुए कहा कि, “जब फिल्म में सिद्धार्थ को अचानक से गोली लगी तो मैं बहुत भावुक हो गई थी. ”
कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक हैं ‘शेरशाह‘
कैप्टन विक्रम बत्रा को उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए मरणोपरांत परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया था. इस फिल्म में कैप्टन विक्रम बत्रा और उनकी लेडी लव डिंपल चीमा की लव स्टोरी को बेहद रोमांचक तरीके से दिखाया गया है. अभिनेता सिद्धार्थ मल्होत्रा जहां कैप्टन विक्रम के रोल में हैं तो वहीं डिंपल के किरदार में कियारा आडवाणी दिखाईं दी है. गर्लफ्रेंड के साथ वो अपने देश को भी कितना प्यार करते थे. इसका अंदाजा इसी बात से लग जाता है जब युद्ध में जाने से पहले वो अपने दोस्त से कहते हैं कि “या तो मैं तिरंगा फहराकर वापस आऊंगा, या फिर उसमें लिपटकर वापस आऊंगा, लेकिन मैं वापस जरूर आऊंगा।”