कर्ज में डूबे राज कपूर जब राजेश खन्ना की फीस देने में थे असमर्थ, ऋषि कपूर बने थे तब सहारा

बॉलीवुड के शोमैन (bollywood showman) कहे जाने वाले राज कपूर (Raj Kapoor) ने अपने जीवनकाल में एक से बढ़कर एक फिल्में बनाई थीं। हालांकि, सुपर-डुपर हिट फिल्में देने वाले राज कपूर भी एक समय कर्ज में डूब गए थे। हाल यह थ कि राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) की फिस देने तक का उनके पास साहस नहीं था और ऐसे समय में उनके बेटे ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) उनका सहारा बने थे। कैसे? चलिए जानें।
राजेश खन्ना (Rajesh Khanna) बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार थे और सभी चाहते थे कि उनके साथ वह फिल्म करें। राज कपूर (Raj Kapoor) भी राजेश खन्ना के साथ फिल्म करने के लिए उत्साहित थे, लेकिन कर्ज में डूबे होने के कारण उनकाा ये इरादा कामयाब नहीं हो पा रहा था। मेरा नाम जोकर के फ्लाप होने के कारण ही राज कपूर पर बहुत बड़ा कर्जा आ गया था, लेकिन इस कर्ज से वह फिल्म बॉबी (Bobby) बनाकर उबर गए थे। ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) और डिंपल कपाड़िया (Dimple Kapadia) की डेब्यू फिल्म का चलिए एक किस्सा भी बताएं।
राज कपूर जब फिल्म बॉबी बनाने का प्लान कर रहे थे तब वह राजेश खन्ना को ही अपना हीरो बनाना चाहते थे, लेकिन राजेश खन्ना ने इतनी फीस बता दी थी कि कर्ज में डूबे होने के कारण वह राजेश खन्ना की फीस अफोर्ड नहीं कर पा रहे थे।
तब राज कपूर ने दिमाग लगाया और अपने बेटे ऋषि कपूर को इस फिल्म का हीरो बना दिया। बिना फीस घर से ही उन्हें बॉबी के लिए हीरो मिल गया था। एक्ट्रेस के लिए डिंपल फाइनल थीं।
खुल्लम खुल्ला: ऋषि कपूर अनसेंसर्ड में राज कपूर के बेटे ऋषि कपूर ने खुलकर बताया था कि बॉबी उन्हें लांच करने के लिए नहीं बनाई गई थी।
अगर उन्हें लांच करने के लिए बनाई गई होती तो फिल्म का नाम फिमेल करेक्टर पर बेस्टड बॉबी भी नहीं होता।
ऋषि कूपर ने बताया था कि बॉबी उनके पिता राज कपूर के लिए जुए का एक दांव थी, जो अगर हिट होती तो बल्ले-बल्ले था और अगर फ्लाप होती तो मुसीबतें और बढ़नी थी।
ऋषि कपूर ने इस फिल्म का एक और वाक्या अपनी किताब में बताया था कि इस फिल्म से गानों की लिप्सिंग का भी ट्रेंड चेज हुआ था।
वह गाने सेट पर शूट के समय चिल्ला-चिल्ला कर गाते थे और यही कारण था कि लोगों को लगा कि सच में हीरो गाना गा रहा है।